कांच की सतह पर जम जाएगी आपके कुविचारों की मिट्टी, आपकी छवि आपका मन कुम्हला नहीं जाए कांच की सतह पर जम जाएगी आपके कुविचारों की मिट्टी, आपकी छवि आपका मन कुम्...
ऐसी करुणा की मूरत है तू भगवान की सूरत है तू । ऐसी करुणा की मूरत है तू भगवान की सूरत है तू ।
रब ने भी हँस के कहा तू भी तो मूरत है मेरी रब ने भी हँस के कहा तू भी तो मूरत है मेरी
इत्तेफ़ाक़ कहो या रब की साज़िश, इंसानियत को भी तो थोड़ा रोना था। इत्तेफ़ाक़ कहो या रब की साज़िश, इंसानियत को भी तो थोड़ा रोना था।
प्रिये, एक बूँद अपने अमृत का, मुझ पर भी बरसा दो तुम। प्रिये, एक बूँद अपने अमृत का, मुझ पर भी बरसा दो तुम।
इसलिए अब जो न जाये ये दर्द संभाले, कर चले हम सब रब के हवाले। इसलिए अब जो न जाये ये दर्द संभाले, कर चले हम सब रब के हवाले।